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पुरुष बांझपन: एजोस्पर्मिया के मामले अब उपचार योग्य – जानिए कारण और समाधान
पुरुषों में बांझपन क्या है?
जब कोई पुरुष नियमित असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बावजूद एक वर्ष तक अपनी महिला साथी को गर्भधारण नहीं करवा पाता, तो इस स्थिति को पुरुष बांझपन कहा जाता है। इसके पीछे कई शारीरिक, हार्मोनल और आनुवंशिक कारण हो सकते हैं।
पुरुष बांझपन के मुख्य कारण
- कम शुक्राणु संख्या (ओलिगोस्पर्मिया)
वीर्य में सामान्य से कम शुक्राणु होना। यह हार्मोनल असंतुलन, संक्रमण या आनुवंशिक कारणों से हो सकता है। - कम गतिशीलता वाले शुक्राणु
शुक्राणु की तैरने की क्षमता कमजोर होती है, जिससे वे अंडाणु तक नहीं पहुंच पाते। - विकृत आकार वाले शुक्राणु
अनियमित आकार वाले शुक्राणु अंडाणु में प्रवेश नहीं कर पाते। - एजोस्पर्मिया (शून्य शुक्राणु)
वीर्य में शुक्राणु पूरी तरह से अनुपस्थित होते हैं। इसे दो प्रकारों में बांटा गया है –
एजोस्पर्मिया के प्रकार
- रुकावटजन्य एजोस्पर्मिया
इसमें शुक्राणु उत्पादन सामान्य होता है, लेकिन किसी रुकावट के कारण वीर्य तक नहीं पहुंच पाते।
मुख्य कारण:
- जन्मजात संरचनात्मक समस्याएं
- संक्रमण या सूजन के कारण मार्ग में रुकावट
- पूर्व की सर्जरी जैसे हर्निया या नसबंदी
- जननांग में चोट या आघात
- गैर–रुकावटजन्य एजोस्पर्मिया
इसमें अंडकोष पर्याप्त मात्रा में शुक्राणु नहीं बना पाते।
मुख्य कारण:
- आनुवंशिक विकार जैसे Klinefelter सिंड्रोम
- हार्मोन की कमी या असंतुलन
- अंडकोष संबंधी रोग या सूजन
- वातावरणीय कारण जैसे केमिकल्स या रेडिएशन
- अज्ञात कारण (इडियोपैथिक)
जाँच की प्रक्रिया
- वीर्य विश्लेषण – शुक्राणुओं की संख्या, गति, आकार की जांच
- हार्मोन परीक्षण – टेस्टोस्टेरोन, एफएसएच, एलएच आदि की जांच
- आनुवंशिक परीक्षण – Y क्रोमोसोम या अन्य असमानताएं
- अल्ट्रासाउंड – अंडकोष की संरचना की जांच
- पेशाब में शुक्राणु जांच – रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन की स्थिति
- एंटी–स्पर्म एंटीबॉडी टेस्ट – शुक्राणुओं पर हमला करने वाली एंटीबॉडी की जांच
उपचार के विकल्प
- दवाओं द्वारा उपचार
- हार्मोनल दवाएं – जैसे क्लोमीफीन साइट्रेट, लेट्रोजोल
- एफएसएच इंजेक्शन – अंडकोष को उत्तेजित कर शुक्राणु उत्पादन बढ़ाते हैं
- एचसीजी इंजेक्शन – टेस्टोस्टेरोन को प्रोत्साहित करते हैं
- एंटीबायोटिक्स – संक्रमण से जुड़ी स्थितियों के लिए
- एंटीऑक्सीडेंट्स – जैसे विटामिन C, E, सेलेनियम आदि
- शल्य चिकित्सा
- वेरिकोसील सुधार
- रुकावट दूर करने की सर्जरी
- शुक्राणु पुनः प्राप्ति तकनीकें:
- TESA – अंडकोष से सुई द्वारा शुक्राणु निकालना
- PESA – एपिडिडिमिस से शुक्राणु लेना
- TESE – अंडकोष से ऊतक निकालकर शुक्राणु खोजना
- Micro-TESE – माइक्रोस्कोप की सहायता से बेहतर सफलता दर
- इलेक्ट्रो–एजाकुलेशन – विशेष परिस्थिति में उपयोग की जाने वाली तकनीक
- सहायक प्रजनन तकनीकें (ART)
- IUI (इंट्रायूटेराइन इनसेमिनेशन)
- IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन)
- ICSI (इंट्रासाइटोप्लास्मिक स्पर्म इंजेक्शन) – कमजोर शुक्राणुओं के लिए उपयुक्त तकनीक
निष्कर्ष
पुरुष बांझपन विशेषकर एजोस्पर्मिया अब एक असहाय स्थिति नहीं रह गई है। इस स्थिति के कारणों की पहचान और समय पर इलाज से पिता बनने की संभावना को बढ़ाया जा सकता है। चाहे रुकावट हो या शुक्राणु उत्पादन में कमी, हर स्थिति का वैज्ञानिक समाधान उपलब्ध है। सही विशेषज्ञ की सलाह और उचित जांचों के साथ उपयुक्त उपचार योजना बनाई जा सकती है।
महत्वपूर्ण नोट:
हमेशा महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श करें। वे आपकी मेडिकल हिस्ट्री और वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।
किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए कृपया हमें +91-9058577992 पर संपर्क करें। और हमारे अनुभवी डॉक्टरों से मुफ्त परामर्श प्राप्त करें। आपका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है। धन्यवाद।
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